Tuesday, May 14, 2019

लोग क्या कहेंगे!



लोग क्या कहेंगे!


एक पिता औऱ पुत्र घोड़ा खरीद कर लाते हैं। वापस लौटते समय दोनों ही बातें करते हुए चलते हैं कि बहुत बढ़िया घोड़ा बहुत कम दाम में मिल गया।तभी वहाँ से जो आदमी गुजर रहा था वह उनसे बोला कि तुम कैसे लोग हो घोड़ा होते हुए भी पैदल चल रहे हो ।यह सुनकर पिता ने अपने बेटे को घोड़े पर बैठने को कहा और खुद पैदल चलने लगा।थोड़ा आगे बढे तो सामने से जो लोग आ रहे थे वह आपस मे बोले देखो कैसा बेटा है बाप तो पैदल चल रहा है और खुद घोड़े पर है।अब लड़के ने पिता को घोड़े पर बैठा दिया और  खुद पैदल चलने लगा। चार कदम ही चले थे कि आगे खेत मे काम करने वाले लोग उन्हें देख कर हंसने लगे कि देखो क्या समय आ गया बाप आराम से घोड़े पर है और बेटा बिचारा पैदल चल रहा है।अब पिता ने बेटे को भी घोड़े पर बैठा लिया।कुछ दूर चलने के बाद ही आगे से आते लोगो मे से एक आदमी बोला  देखो दोनों ही घोड़े पर बैठ गए हैं बिचारे घोड़े की तो जान ही निकल रही होगी। अब दोनों घोड़े से उतर कर सोचने लगे कि अब क्या करे।थोड़ा सोचने के बाद दोनों ने एक मजबूत लकड़ी,बाँस लेकर घोड़े को उस पर बाँध लिया और अपने कंधे पर उठा कर चल दिये।लोगों के कहने के अनुसार काम करने से अपना काम भी नही होता, मजाक भी बनता है, और उसके बाद की परेशानी से स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ता है

लोग क्या कहेंगे यह विचार व्यक्ति की कार्यशैली को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है।अक्सर मातापिता अपने बच्चों को अपने विचारों के अनुसार पालते है ।बच्चों की मर्ज़ी को नही सुना जाता।बच्चे अपने परिवार के लोगो को उम्मीदो पर पूरा उतरने के लिए मेहनत करते हैं बाद में अपने अध्यापक को प्रभावित करने के लिए औऱ बड़े होने के बाद हरेक काम करने से पहले वो अच्छी तरह देखते हैं कि उनके कामो पर अन्य लोगों की क्या प्रतिक्रिया होगी ।परन्तु जो अपने व्यक्तित्व को उभारने के लिए काम करते है अपनी खुशी का भी ध्यान रखते है और उनका व्यवहार ज्यादा अच्छा होता है वह अपने को और अपने आसपास वालों को खुश रखते हैं।.

अपने अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा बनाने के लिए आज से ही शुरूआत करनी होगी। लोगों की हरेक बात को मानने की बजाए सोचे आप वह काम करने में खुशी महसूस करेंगे या नहीं अगर सामने वाले कि बात न मानी जाए तो कोई नुकसान तो नहीं है।

जिस काम या जिस बात को करने से अच्छा लगे। वही करना चाहिए। केवल लोगों के लिए काम नहीं करे। पूरे दिन में एक काम अपनी खुशी के लिए जरूर करे।

मन को खुश करने के लिए अपने मन पसन्द कपड़े पहने।

दिन में किसी की मदद करने की कोशिश करें

सबकी बातों का जवाब देते समय चेहरे पर मुस्कुराहट बनाये रखें। धीरे धीरे आपके चारो तरफ से नकारात्मकता दूर हो जाएगी।

जब अपने मन की सुनना शुरू कर देते हैं तो सब कुछ अच्छा लगता है और आसपास के माहौल से शिकायत कम होने लगती हैं यही प्रसन्नता की शुरुआत होती हैं।

खुश रहें, स्वस्थ रहें, मस्त रहें, व्यस्त रहें

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