थोड़ा विश्वास रखें
हम अपने बचपन में सुनी कहानियों के माध्यम से ही आजकल की कई बुराइयों, कमियों और परेशानियों का सामना करके उनसे छुटकारा पा सकते हैं।
एक पर्वतारोही था।काफी ऊँचे ऊँचे पहाड़ चढ़ चुका था ।दूर दूर तक उसका नाम था। लोग पूछते थे कि इतनी ऊंचाई तक चढ़ते हुए गिरने का डर नही लगता।वह हँस कर जवाब देता था कि भगवान पर बहुत बिश्वास करता हु मेरा प्रभु मुझे कुछ नहीं होने देगा।
एक दिन उसने पहाड़ चढ़ने के कार्यक्रम बनाया। पर जब घर से
निकलने लगा तो मौसम खराब हो गया। सब लोगों ने कहा कि मत जा। इस मौसम में चढ़ना खतरनाक हो सकता है। उसने किसी की नही सुनी और वह तेज हवाओं में ऊपर तक तो चढ़ गया पर जब नीचे उतरने लगे तोआँधी आने लगी बादलों से चारो तरफ अंधेरा हो गया। वह अपने भगवान को याद करते हुए जल्दी जल्दी उतरने लगा ,बहुत सावधानी से उतरते हुए भी अंधेरे में उसका पैर फिसल गया और वह तेजी से नीचे गिर ने लगा। अपने प्रभु को पुकारते हुए इधर उधर हाथ मारने लगा तो एक कोई टहनी उसके हाथ में आ गई और वह उस टहनी को पकड़कर लटक गया अब पैर मारकर देखा तो पैरो के नीचे जमीन नही थी। अब वह जोर जोर से अपने इष्ट को मदद के लिए पुकारने लगा। दो बार पुकारने के बाद ही आवाज आई कि टहनी छोड़ दें तो तेरी जान बच जाएगी। आदमी ने सोचा अंधेरे मे कौन बोल रहा है। उसने पूछा तो उत्तर आया कि मै तेरा भगवान हूँ, जान बचाने के लिए टहनी छोड़ दें नही तो इतनी आंधी तूफान में तेरा बचना मुश्किल है। आदमी ने सोचा पता नही कितनी ऊँचाई पर लटका हूँ, सुबह होने पर देख लूँगा, पर टहनी छोड़ दी तो जरूर गिर कर मर जाऊँगा। आंधी तूफान सुबह तक समाप्त हो गया और वह घर नहीं पहुंचा। लोग उसे ढूंढने निकले तो देखा कि वो पहाड़ पर जमीन से चार इंच की ऊँचाई पर लटका हुआ है रात के तूफ़ान में उसकी मृत्यु हो गई थी।
- विश्वास एक ऐसी शक्ति है जो बड़ी से बड़ी समस्या का सामना करने की ताकत देता है।विश्वास के बल पर ऊँचे पर्वत चढ़े जा सकते हैं पर भरोसा न हो तो चार इंच की दूरी भी पार नही होती।जब नींद नही आती तो हम मान लेते है कि दवाई खा कर नींद आ जायेगी। यदि नींद लाने के उपाय किए जाए और पक्का इरादा कर ले कि धीरे धीरे दवाई से पीछा छुड़ाना है, तो कुछ समय में ही ये संभव हो जायेगा।
- तो आज से ही मन मजबूत किया जाय।
- सोने से तीन घण्टे पहले खाना खा लेना चाहिए।
- अगले दिन के काम के नोट्स बना कर रख देने चाहिए।
- सोने के कमरे को व्यवस्थित तरीके से रखे।साफ सुथरा ।
- अपने मन पसन्द रंग के तकिये के कवर और चादर लगाये।
- सोने से आधा घंटा पहले कमरे में हल्की सी खुशबू करे। इसके लिए परफ्यूम, इत्र, अरोमा, का प्रयोग करे अगर किसी सुगंध से एलर्जी हो तो ना करें।
- बहुत कम आवाज में हलका संगीत चलाये।
- सोने वाले कमरे में रोशनी कम रक्खे।
- कुछ लोगों को पुस्तक पढ़ कर अच्छी नींद आती है।
- अगर सोने से पहले टेलीविजन देखने की आदत है तो कोशिश करें कि कुछ मज़ाकिया, हँसी मज़ाक के कार्यक्रम देखे।
- कभी कभी थोड़ा बहुत टहल कर भी नींद अच्छी आ जाती है।
- दिन में चाय कॉफी की मात्रा कम करने की शुरुआत करें। ग्रीन टी नुकसान नहीं करती हो तो थोडी थोड़ी करके शुरू करे और पानी ज्यादा पियें।
- नीद लाने के लिए मन को तैयार करना जरूरी है कि समय लगेगा पर बिना दवाई के भी नींद आएगी और विश्वास की ताकत से यह संभव भी होगा। बस प्रयास करते रहना है।
अपनी दिनचर्या में सुधार करके नींद भी आएगी और आँखों के काले घेरे, झाइयां, झुर्रियां भी दूर होंगी। मन को प्रसन्न, खुश, प्रफुल्लित,आनन्दित और उत्साह से भरपूर रखें। यही गहरी नींद का राज है।
0 comments:
Post a Comment